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विस्तृत समाचार
जल संवर्धन एवं संरक्षण को लकर जिला मुख्यालय के ज्वाल्पा होटल में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्क्षता में बैठक आयोजित की गई।
कार्यालय जिला सूचना अधिकारी, रूद्रप्रयाग फोन/फैक्स न0 01364233871 म्उंपस.पदवितउंजपवदतचह871/हउंपसण्बवउ पे्रस नोट19 रूद्रप्रयागः 10 जुलाई, 2017 (सू0वि0। जल संवर्धन एवं संरक्षण को लकर जिला मुख्यालय के ज्वाल्पा होटल में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्क्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में नाबार्ड द्वारा जिले के विभिन्न गांवों में पिछले एक माह से चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की गई। बैठक में जल के संवर्धन और ंसरक्षण हेतु गांवगांव जाकर लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया गया। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि विधायक रूद्रप्रयाग भरत सिंह चैधरी ने कहा कि जल संवर्धन और संरक्षण की दिशा में ग्रामीण जनता को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि गांवगांव जाकर जनता को जल सरक्षण और संवर्धन के बारे में जानकारी दें, ताकि वह इस दिशा में आगे आ सकें। उन्होंने कहा कि आज भी कई गांवों में जल संकट है और इस समस्या को दूर करने के लिए जल संवर्धन और संरक्षण अभियान कारगर सािबत होगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि 25 मई को जल संचय दिवस के अवसर पर सरकारी विभाग द्वारा भी वृहद स्तर पर अभियान चलाया गया। सरकारी विभागों को जल संरक्षण हेतु लक्ष्य निर्धारित किया जिसे विभाग ने पूरा कर लिया है। कहा कि वर्तमान समय में ग्रामीण विकास के लिए पहाडी क्षेत्र की मानसिकता में परिवर्तन लाना होगा। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की पूर्ण जानकारी होनी चाहिए, इससे वे बेहतर दिशा में में गांव का विकास कर सकते है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्राचीन समय में लोगों ने ऐसी जगह अपने अशियाने बनाए जहां पानी की उपलब्धता थी, लेकिन धीरेधीरे बढती आबादी के चलते जल स्रोत सूखते जा रहे है, कुछ प्राकृतिक स्रोत विलुप्त हो चुके है। ऐसे में इन स्रोतों को पुनः जीवित करने के लिए संरक्षण और संवर्धन की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आज पहाडी जिला होने और तमाम सम्भवनाएं होने के बाद भी हम आत्म निर्भर नहीं हो पा रहे हैं, इसकी बडी वजह है कि आज हम अपने खेतों में काम करने से दूर भाग रहे है। कहा कि इस कार्यशैली में बदलाव की आवश्यकता है। इस अवसर पर नाबार्ड के डीडीएम आशीष भण्डारी ने बताया कि जल संवर्धन और संरक्षण अभियान जिले के 406 गांवों में चलाया गया तथा लोगों को जल संरक्षण की महत्ता पर जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि लोगों में अभियान को लेकर खासा उत्साह देखा गया। वहीं इस अवसर पर विभिन्न एनजीओ से आए प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किया। साथ ही उन्होंने जल संवर्धन और संरक्षण को लेकर सुक्षाव भी रखे। बैठब में सीडीओ डीआर जोशी, डीजीएम वाईपी अग्रवाल, मुख्य कृषि अधिकारी आरपीएस रावत और तीन विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी, आरसेठी के प्रतिनिधि तथा विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधि मौजूद थे। जिला सूचना अधिकारी रूद्रप्रयाग।