द्रोणागिरी ट्रैक मार्ग का क्षेत्रीय विधायक ने जोशीमठ से किया शुभ्भारंभ
चमोली 21 मई 2016 (सू0वि0)
साहसिक पर्यटन को बढवा देेने के लिए द्रोणागिरी टैªक का जोशीमठ से शुभ्भारंभ किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित क्षेत्रीय विद्यायक महेन्द्र भट्ट ने हरी झंडी दिखाकर ट्रैकर्स को द्रोणागिरी टैªकिंग के लिए रवाना किया। टैªकिंग दल में दिल्ली, मुम्बई, जयपुर, नेहरू पर्वतारोहण, ओएनजीसी, आईटीबीपी के 80 टैªकर्स का शामिल है। इस अवसर पर केदारनाथ के विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक केदार सिंह फोनिया, ब्लाक प्रमुख प्रकाश रावत, नगर पालिका अध्यक्ष रोहिणी रावत, जीएमवीएन के एमडी अतुल गुप्ता व कार्यक्रम के नोडल अधिकारी हरक सिंह रावत मौजूद थे। मुख्य अतिथि द्वारा द्रोणागिरी टैªक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि व क्षेत्रीय विघायक महेन्द्र भट्ट ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन की आपार सम्भावनऐं है। प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढाने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि द्रोणागिरी टैªक पर पर्यटक सुविधाऐं विकसित कर हर वर्ष टैªकिंग करायी जायेगी। उन्होंने गढवाल मण्डल विकास निगम को साहसिक गतिविधियों में पहल करने की बात कही। उन्होंने द्रोणागिरी टैªकिंग अभियान के सफल संचालन की कामना करते हुए सभी टैªकर्स को अपनी शुभकामनाऐं दी।
केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि हमें प्र्रदेश की बोली, भाषा, संस्कृति के साथसाथ धार्मिक एवं साहसिक पर्यटक स्थलों को संजोकर रखने की आवश्यकता है। उन्होंने पुराने ट्रैक मार्गो को सुधार कर टैªकिंग के लिए खोलने की बात कही। कहा कि यदि पुराने ट्रैक चालू होते तो केदारनाथ जैसी भंयकर आपदा से भी लडा जा सकता था और भारी संख्या में होने वाले जानमाल के नुकसान को बचाया जा सकता था। उन्होंने टैªकर्स का हौसाला बढाते हुए सुरक्षित टैªकिंग के लिए अपनी शुभकामनाऐं दी।
पूर्व विधायक केदार सिंह फोनिया ने कहा कि पर्यटन विश्व का बहुत बढा व्यवसाय है। उन्होंने नोडल अधिकारी हरक सिंह रावत की प्रंशसा करते हुए माणा से कैलाश मानसरोवर टैªक को विकसित करने के लिए सरकार से पहल करने को कहा।
द्रोणागिरी टैªक को राज्य सरकार द्वारा टैªक आॅफ द ईयर 2017 घोषित किया गया है। नीति घाटी में जोशीमठ से लगभग 40 किमी. दूरी पर जुम्मा नामक स्थान से शुरू होने वाले द्रोणागिरी ट्रैक का पहला पढाव रूईन तथा दूसरा द्रोणागिरी गांव पडता है जो समुद्र तल से 3622 मीटर की ऊॅचाई पर स्थित है। जुम्मा से द्रोणागिरी गावं तक 9 किमी. पैदल चढाई है। द्रोणागिरी गांव से लगभग 8 किलोमीटर ऊॅचाई पर द्रोणागिरी पर्वत है जहाॅ तक टैªकिंग की जानी है। यह क्षेत्र जडीबूटी बहूल्य क्षेत्र है। द्रोणागिरी पर्वत वही पर्वत है जहाॅ से त्रेता युग में वैध सुशैन के कहने पर भगवान हनुमान जी संजीवनी बूटी ले गये थे। द्रोणागिरी में द्रोणागिरी पर्वत देवता, द्रोणागिरी पर्वत व नन्दी कुण्ड आदि धार्मिक पर्यटन स्थल है। बागनी ग्लेशियर, द्रोणागिरी पर्वत, नन्दी कुण्ड क्षेत्र साहसिक पर्यटन स्थल है। साथ इस क्षेत्र में याकों का आकर्षण, भरल झुण्ड, तिब्बती खरक, जड़ी बूटियों का आपार भण्डार है जो पर्यटकों अपनी ओर खीचती है।
अति0 जिला सूचना अधिकारी,
चमोली। |