विभाग सरकार के बारे में उत्तराखंड एक नज़र में प्रेस नोट फोटो गैलरी प्रकाशन शासनादेश सूचना का अधिकार निविदा / विज्ञापन
 DIPR UTTARAKHAND | Notice 


नोटिस बोर्ड

Home > नोटिस बोर्ड

नोटिस बोर्ड


⚜  विभाग में वर्ष 2023 में विज्ञापन हेतु सूचीबद्ध हुए न्यूज़ पोर्टल वेबसाइट की सूची श्रेणी क

⚜  विभाग में वर्ष 2023 में विज्ञापन हेतु सूचीबद्ध हुए न्यूज़ पोर्टल वेबसाइट की सूची श्रेणी ख

⚜  विभाग में वर्ष 2023 में विज्ञापन हेतु सूचीबद्ध हुए न्यूज़ पोर्टल वेबसाइट की सूची श्रेणी ग

⚜  श्रेणी ग हेतु न्यूज पोर्टलध्वेबसाइटों को विभाग में विज्ञापन हेतु सूचीबद्ध करने के संबंध में

⚜  श्रेणी ख हेतु न्यूज पोर्टलध्वेबसाइटों को विभाग में विज्ञापन हेतु सूचीबद्ध करने के संबंध में

⚜  श्रेणी क हेतु न्यूज़ पोर्टलध्वेबसाइटों को विभाग में विज्ञापन हेतु सूचीबद्ध करने के संबंध में

⚜  चैनल सूचीबद्धता हेतु

⚜  उत्तराखण्ड के अन्तर्गत सूचना अधिकारी के सीधी भर्ती के 12 रिक्त पदों को पर सेवा स्थानान्तरणध्प्रतिनियुक्ति पर तैनाती विषयक





   विभागीय लिक्स

विस्तृत समाचार
महामहिम राज्यपाल उत्तराखण्ड डाॅ.के.के.पाॅल ने परमार्थ आश्रम हरिद्वार में संत सिरोमणि पथिक जी महाराज के विचारों के संकलन पथिक वाणी (पदावली) का विमोचन किया
प्रेस विज्ञप्ति।। महामहिम राज्यपाल उत्तराखण्ड डाॅ.के.के.पाॅल ने परमार्थ आश्रम हरिद्वार में संत सिरोमणि पथिक जी महाराज के विचारों के संकलन पथिक वाणी (पदावली) का विमोचन किया। राज्यपाल ने कहा कि भारत की सभ्यता प्राचीनतम् होने के साथ ही आज भी निरन्तर प्रवाह से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया में अनेक सभ्यताएं आई लेकिन धीरेधीरे उनका अस्तित्व समाप्त होता गया। उन्होंने कहा कि संत एवं साधु समाज का हमारी सभ्यता को आगे बढ़ाने में अहम योगदान रहा है। भारतीय सभ्यता को निरन्तर आगे बढ़ाने के लिए संत समाज को और अधिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में संसाधनों का अभाव होने के बावजूद में संत समाज ने भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का सम्पूर्ण विश्व में प्रचारप्रसार किया। एक हजार वर्ष पूर्व आदि शंकराचार्य ने सम्पूर्ण भारत भ्रमण के दौरान अपना संदेश जनजन तक पहुंचाकर भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। महामहिम राज्यपाल ने कहा कि गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाना उत्तराखण्ड के लिए चुनौती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार गंगा के उद्गम गोमुख से स्वच्छ रूप में माॅ गंगा की जल धारा प्रवाहित होती है। हमें उसी स्वरूप में गंगा की अविरलता एवं निर्मलत को बनाये रखना होगा। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को दृढ़ संकल्प होना होगा कि हम गंगा को किसी भी प्रकार प्रदूषित न करें। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार प्रयासरत है। गंगा की स्वच्छता के लिए सैफ्टी टेंक, नवीन घाट एवं वृक्षारोपण भी किये जा रहे हैं। लेकिन गंगा को स्वच्छ रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के मन में माॅ गंगा के प्रति भावात्मक जुड़ाव होना आवश्यक है। राज्यपाल डाॅ. पाॅल ने कहा कि गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता के लिए साधुसंत समाज का मार्ग दर्शन भी जरूरी है। गंगा को स्वच्छ रखने के लिए जितने भी प्रयास किये जा सकते हैं वो हमें करने होंगे। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे पौध रोपण से यदि गंगा प्रदूषण मुक्त होगी तो हमें पर्याप्त आॅक्सीजन मिलेगी और पर्यावरण भी संतुलित रहेगा। यदि गंगा स्वच्छ एवं अविरल रहेगी तो अनेक जल जनित रोगों से भी हमें निजात मिलेगी। इस अवसर पर परमार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चिन्मयानन्द मुनि, तुलसी मानस मन्दिर के परमाध्यक्ष स्वामी अजुर्न पुरी महाराज, भारत माता मन्दिर के महन्त ललितानन्द महाराज, पावनधाम आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी सहज प्रकाश, जूना अखाड़ा के स्वामी देवानन्द जी महाराज, मेयर मनोज गर्ग, जिलाधिकारी दीपक रावत, एस.एस.पी. कृष्ण कुमार वी.के. एवं साधुसंत गण उपस्थित थे।। जिला सूचना अधिकारी, हरिद्वार

डाउनलोड अनुलग्नक :