प्रेस विज्ञप्ति।।
जिलाधिकारी दीपक रावत ने बुधवार को उप जिलाधिकारी हरिद्वार मनीष कुमार के साथ भोगपुर एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में स्टोन क्रेशरों की चैकिंग की। इसके लिए अपर उप जिलाधिकारी रूड़की प्रेम लाल एवं तहसीलदार सुनेना राणा के नेतृत्व में दो और टीमें बनाई गई। आज कुल 18 स्टोन क्रशरों का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि लगभग सभी स्टोन क्रेशरों में अपने निजी गड्ढ़े प्रीमाइसेस के अन्दर किये हैं और उससे अवैध तरीके से खनिज की सामग्री निकाली गई है। उसके बाद दीवारों को बाहर फैलाते हुए और खनिज उनमें से निकाला गया है। सभी क्रशर के अन्दर जमीन का जो ग्राउन्ड वाटर है वो भी बाहर आ चुका है। जिलाधिकारी ने कहा कि अवैध खनन की मात्रा का आंकलन किया जा रहा है। उसके आधार पर जो भी पैनल्टी बनेगी वह सम्बन्धित के ऊपर आरोपित की जायेगी और वसूली जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ क्रशरों जिनमें अधिक मात्रा में खनिज निकाला गया है, उनके सम्बन्ध में शासन को क्रशर डालने की परमिशन को निरस्त करने के लिए पत्र लिखा जायेगा। जिलाधिकारी ने ज्वांइट कमिश्नर सेल टैक्स को निर्देश दिया कि मौके पर जाकर व्यापार कर की चोरी का आकलन करें और जितनी व्यापार कर की चोरी बनती है। उस पर अपने स्तर से कार्यवाही करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए क्रशर के प्रवेश और निकास द्वार पर सी.सी.टी.वी. कैमरों की व्यवस्था की जायेगी और एक महीने का डेटा बैकअप रखा जायेगा। समयसमय पर सड़कों, वन विभाग एवं पुलिस के बैरियरों पर भी चैकिंग की जायेगी। रवन्नों की चैकिंग की जायेगी। इन आदेशों का पालन न करने वालों पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। अपर उप जिलाधिकारी प्रेमलाल के नेतृत्व में जिन 05 स्टोन क्रेशरों की चैकिंग की गई, उनमें एक लाख घन मीटर पर अवैध खनन का आंकलन किया गया जिससे सम्बन्धित क्रशरों से लगभग सात करोड़ पिच्चतर लाख रूपये का जुर्माना लगाया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि सबसे पहले सम्बन्धित को नाटिस दिया जायेगा। उसके बाद अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।।
जिला सूचना अधिकारी,
हरिद्वार |