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विस्तृत समाचार
आगामी 08 मई को विश्व रेडक्रास दिवस के अवसर पर चिकित्सा शिविर ........सचिव रेडक्रास सोसायटी डा0 संविता हयांकी
प्रेस नोट अल्मोड़ा 05 मई, 2017 (सू0वि0) सचिव रेडक्रास सोसाइटी डा0 सविता हयांकी ने बताया कि विगत 01 मई 2017 को जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आगामी 08 मई को विश्व रेडक्रास दिवस के अवसर पर चिकित्सा शिविर लगाये जाने के निर्देश दिये गये थे। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों के साथ सम्पर्क किया गया और उनके द्वारा दिनांक 07 मई को चिकित्सा शिविर में आने की सहमति प्रदान की गई। जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में 07 मई को प्रातः 11ः00 बजे चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिकाधिक रोगियों को इसका लाभ मिल सके। इस शिविर में पूर्व में दी गयी सहमति के अनुसार आंशिक संशोधन करते हुए अब हल्द्वानी से नेफ्रोलोजिस्ट डा0 एच0एस0 भण्डारी, एम0एस0 न्यूरो सर्जन डा0 लक्ष्मीकान्त जोशी, कार्डियोलाजिस्ट डा0 प्रमोद जोशी, त्वचा रोग विशेषज्ञ डा0 एस0सी0 टम्टा और बाल रोग एवं बाल सर्जरी विशेषज्ञ डा0 दीपक अग्रवाल, भाग लेंगे। जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस शिविर को सफल बनाने की अपील स्वास्थ्य सेवा से जुडे लोगों व अधिकारियों से की है। अल्मोड़ा 05 मई, 2017 (सू0वि0) जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया आपदा प्रबन्धन अनुभाग उत्तराखण्ड शासन देहरादून के द्वारा वित्तीय वर्ष 201718 में प्राकृतिक आपदा में प्रभावितों को अहैतुक सहायता गृह अनुदान इत्यादि मदो के अन्तर्गत तत्काल राहत सहायता उपलब्ध कराये जाने हेतु जनपद अल्मोड़ा के लिए धन आवंटन प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि शासनादेशानुसार आवंटित धनराशि में से 01 करोड़ रू0 विभिन्न तहसीलों हेतु आवंटित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि तहसील अल्मोड़ा हेतु 20 लाख रू0, रानीखेत हेतु 10 लाख रू0, सल्ट हेतु 10 लाख रू0, भनोली हेतु 10 लाख रू0, जैंती हेतु 10 लाख रू0, सोमेश्वर हेतु 10 लाख रू0, भिकियासैंण हेतु 05 लाख रू0, द्वाराहाट हेत 05 लाख रू0, चैखुटिया हेतु 05 लाख रू0, स्याल्दे हेतु 05 लाख रू0, लमगड़ा हेतु 05 लाख रू0 एवं उप तहसील मछोड़ हेतु 05 लाख रू0 स्वीकृत किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त तहसीलदारों के निर्वतन में यह धनराशि रखते हुए निर्देश दिये गये है कि स्वीकृत धनराशि का उपयोग उन्हीं मदो में किया जायेगा जिस प्रयोजन हेतु धनराशि स्वीकृत की गयी है। धनराशि का गलत उपयोग होने पर सम्बन्घित उपजिलाधिकारी व तहसीलदार का पूर्णरूप से उत्तरदायित्व होगा। अल्मोड़ा 05 मई, 2017 (सू0वि0) निदेशक चाय विकास बोर्ड अल्मोड़ा ने बताया कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में उत्पादित चाय अल्मोड़ा शहर में बिक्री हेतु अब दुकानों पर भी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड चाय विकास बोर्ड द्वारा कौसानी, चम्पावत, घोड़ाखाल एवं गैरसैण बागानों में उत्पादित चाय आकर्षक पैकिंग में बाजार में बिक्री हेतु उपलब्ध हो चुकी है। उत्तराखण्ड चाय विकास बोर्ड द्वारा जैविक एवं अजैविक दोनो प्रकार की चाय बिक्री हेतु उपलब्ध है। अल्मोड़ा शहर के सभी दुकानो में बिक्री हेतु उपलब्ध करवाने के लिए आनन्द बल्लभ जोशी एवं गोविन्द बल्लभ पाण्डे को वितरक नियुक्त किया गया है। उनके द्वारा प्रतिदिन बाजार में एवं महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल में उत्तराखण्ड की चाय बिक्री हेतु उपलब्ध करायी जायेगी। डा0 नेगी ने बताया कि उत्तराखण्ड मंे उत्पादित चाय स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम है। पर्वतीय क्षेत्र के बागानों से उत्पादित चाय औषधि का भी काम करती है। इस चाय से पाचन सम्बन्धी समस्या, संक्रमण सम्बन्धी समस्या, दाॅतों की सुरक्षा, रोग प्रतिरोधक शक्ति वर्धन, कैंसर से बचाव, हृदय रोग से बचाव, एवं त्वचा सम्बन्धी सुरक्षा भी इस सेवन से होती है। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड पर्वतीय क्षेत्रों में उत्पादित चाय आर्थोडोक्स चाय है, जिसमंे कलर कम व फ्लेवर अधिक है। इस चाय का सेवन बिना दुग्ध के व एक बूद नीबू डालने से करने पर स्वास्थ्यवर्धक है।