प्रेसविज्ञप्ति
सूचना/पौड़ी/दिनांक 10 नवम्बर 2017,
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिला मुख्यालय पौड़ी से लोक निजी सहभागिता के अन्तर्गत टैली रेडियोलाॅजी सुविधा का विधिवत शुभारंभ कर दिया है। कमिश्नरी पौड़ी के जिला चिकित्सालय समेत राज्य के 12 अस्पतालों में इस सेवा को शुरू कर दिया गया है। टैली रेडियोलाॅजी सुविधा को अपनाने वाला उत्तराखंड पांचवां राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने इस सेवा को राज्य की चिकित्सा के लिए मील का पत्थर बताया। कहा कि इससे राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को हर बीमारी का उपचार तय समय पर मिल पायेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों, कर्मचारियों समेत आम लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करने का आह्वाहन किया।
जिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टैली रेडियोलाॅजी सुविधा का लोकापर्ण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 20 मिनट में प्राप्त सीटी स्कैन रिपोर्ट का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य के अवशेष 23 जगहों पर इस सेवा को शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा। कहा कि राज्य में रेडियोलाॅजी की सेवाएं ‘‘वाइटल हैल्थ ग्रुप‘‘ द्वारा उपलब्ध करायी जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में इस तकनीक से स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होंगे। इससे ना सिर्फ पहाड़ांें में चिकित्सा सुविधा को नये आयाम प्राप्त हांेंगे बल्कि विशेषज्ञ डाक्टरों के परामर्श पर बीमारियों का सहजता से उपचार भी हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की तकनीकी का प्रयोग पश्चिमी देशों में बहुतायत में किया जाता है। अब उत्तराखंड में भी इस प्रकार की पद्धति से चिकित्सा क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार हो पायंेगे। उन्होंने प्रदेश में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी पर चिंता जताई। कहा कि पूरे देश से डाक्टरों को राज्य में सेवाएं देने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि केरल, मिजोरम, उड़िसा तथा असम आदि क्षेत्रों से डाक्टरों को प्रदेश में तैनात करने के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। इसके अलावा सेना प्रमुख से वार्ता कर सेवा निवृत्त पेशेवर डाक्टरों को भी सेवाएं देने के लिए बुलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सेना समेत अन्य राज्यों से दो हजार से अधिक डाक्टरों के आवेदन प्राप्त हो गये हैं। शीघ्र ही प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर उन्हें सेवाएं देने के लिए तैनात किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के हर जिला अस्पताल में एकएक आईसीयू भी स्थापित किये जाएंगे। उन्हांेंने कहा कि राज्य में 135 विशेषज्ञ डाक्टरों के सापेक्ष मात्र 33 डाक्टर उपलब्ध हैं तथा चिकित्सीय सुविधाओं के लिए 99 फीसदी बिजली की आवश्यकता होती है। सरकार द्वारा बिजली की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने 29 दूरस्थ गांवों को विद्युत से जोड़ दिया है। अवशेष 41 गावों का भी जल्द ही विद्युतीकरण कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल भारत के तहत लोेगों को डिजिटल सेवाओं के लिए इंटरनेट आदि की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। जिसे कि आईआईटी मुम्बई की तकनीक पर आधारित बैलून इन्टरनेट सेवाओं से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री की संकल्प से सिद्धि भारत के तहत किसानों की आय को दोगुनी करने के लक्ष्य पर भी युद्धस्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में किसानों की आय को बढ़ाने के लिए चमोली जिले के घेस गांव में हुई मटर की खेती को रोल माॅडल के रूप में लिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक तकनीकी से कृषि करने के गुर भी विषेशज्ञों द्वारा बताये जा रहे हैं। उन्होंने पलायन पर चिंता जताते हुए कहा कि पहाड़ों से पलायन रोकना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए जिला मुख्यालय पौड़ी में पलायन आयोग को स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी स्तर के भ्रष्टाचार को कदापि सहन नहीं करेगी। उन्होंने लोगों से भी भ्रष्टाचार में सहभागिता न करने की अपील की। कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार होने पर 1905 टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज की जा सकती है। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत, क्षेत्रीय विधायक मुकेश कोली के अलावा महानिदेशक स्वास्थ्य डा. अर्चना श्रीवास्तव, वाइटल हैल्थ ग्रुप सीईओ डा. अनूप चैहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरएस राणा ने अपने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर डा. मनीष भाटिया, मुख्यमंत्री के सलाकार नवीन बलूनी, चिकित्सा संघ के अध्यक्ष डा. डीपी जोशी, सीएमएस डा. अनिल कुमार समेत जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी सुशील कुमार, एसएसपी जेआर जोशी, सीओ धन सिंह तोमर, एसडीएम सदर केएस नेगी समेत चिकित्सा परिवार के सदस्य एवं आम जनता उपस्थित रही। फोटो समाचार
जिला सूचना अधिकारी
पौड़ी गढ़वाल। |