चम्पावत 10 जून (सूवि),
रायकोट चैड़ी (लोहाघाट) में माॅडल घराट के निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी हरगोविन्द भट्ट ने परियोजना प्रबंधक उरेडा को निर्देश दिये कि जनपद में काश्तकारों की मांग के आधार पर पानी की उपलब्धता के स्थलीय निरीक्षण के बाद लोगों को माॅडल घराट स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित करें, जिससे काश्तकार अपनी आजीविका को बढ़ाने के साथ उससे पैदा की जा रही विद्युत का उपयोग कर धनराशि की बचत भी कर सके।
उन्होंने माॅडल घराट के निरीक्षण के दौरान उरेडा को सड़क मार्ग पर माॅडल घराट का बोर्ड स्थापित करने के निर्देश भी दिये। माॅडल घराट के काश्तकार ने बताया कि रायकोट चैड़ी में 2005 में उरेडा के माध्यम से 5 किलोवाट क्षमता का घराट स्थापित किया गया था। उन्होंने बताया कि माॅडल घराट एक घंटे में 12 किलो राशन से आटा निकालता है तथा उपभोक्ता से एक किलो राशन पर एक रूपया शुल्क लिया जाता है, जिससे गांव के सभी काश्तकार लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पानी अधिक होने पर घराट की क्षमता में वृद्धि हो जाती है। उन्होंने बताया कि कुड समय से घराट को पानी उपलब्ध कराने वाली गूल में रिसाव हो रहा है, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने गूल में पानी के रिसाव को देखते हुए उसकी मरम्मत करने को कहा जिससे घराट की क्षमता में वृद्धि हो सके।
निरीक्षण के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के साथ परियोजना प्रबंधक उरेडा ओम कुमार, भैरव दत्त राय आदि उपस्थित थे।
जिला सूचना अधिकारी, चम्पावत। |