प्रेस विज्ञप्ति
जल संचय एवं संरक्षण के लिए विभागों द्वारा विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए। जल का संरक्षण एवं संवर्द्धन करना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। सभी कार्यालयों, संस्थानों, होटलों, धर्मशालाओं में जल संचय के लिए प्लानिंग की जाए तथा इसके लिए जनजागरूकता भी लाई जाए। यह निर्देश जिलाधिकारी दीपक रावत ने कलक्ट्रेट सभागार रोशनाबाद में अधिकारियों की बैठक लेते हुए दिये। उन्होंने कहा कि 25 मई को जनपद स्तर पर एवं खण्ड विकास स्तर पर जल संचय दिवस मनाया जायेगा। श्री रावत ने कहा कि जल संचय के लिए ग्राम्य विकास विभाग तालाबों के निर्माण एवं परम्परागत जल स्रोतों का पुनुरूद्धार, वन विभाग जल कुण्डों का निर्माण करे, कृषि विभाग वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के निर्माण की कार्ययोजना बनाये। उन्होंने शिक्षा विभाग को जल संचय एवं संवर्द्धन पर स्कूलों में स्लोगन ,निबन्ध, व्याख्यानमाला, चित्रकला, प्रदर्शनी आदि की प्रतियोगितायें कराने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न संस्थानों, कार्यालयों, घरों में अपने टाॅयलेट सिस्टर्न में एक लीटर की प्लाॅस्टिक की बोतल में आधा रेत एवं आधा पानी भरकर रखा जाए इससे काफी मात्रा में पानी की बचत होगी। जिलाधिकारी ने कलक्ट्रेट रोशनाबाद में स्वयं पानी की बचत के लिए सिस्टर्न में यह प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों, संस्थानों में भी जल के संचय एवं संवर्द्धन की व्यवस्था की जाए तथा यह भी सुनिश्चत किया जाए कार्यालयों में पानी का किसी भी प्रकार से दुरूपयोग न हो । उन्होंने जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 30 जून तक सभी स्थानों पर लीकेज की समस्याएं दूर की जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन डाॅ अभिषेक त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, सचिव एच.आर.डी.ए. अरविन्द पाण्डेय, प्रशिक्षु आई.ए.एस. नरेन्द्र भण्डारी, अधिशासी, परियोजना निदेशक बी.के. टमटा, जिला विकास अधिकारी पुष्पेन्द्र चैहान अभियंता जल निगम मौ0 मीसम, सीएमओ प्रकाश थपलियाल, डीएचओ हितपाल सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी जे.पी. तिवारी, पीएम स्वजल सोमनाथ सैनी तथा अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
जिला सूचना अधिकारी
हरिद्वार |