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विस्तृत समाचार
(इन्सीडेंट रिस्पोन्स सिस्टम) की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के तत्वावधान् में किया जा रहा है।
म्उंपसरू क्पवचपजीवतंहंती/हउंपसण्बवउ प्रेस नोट फोन/फैक्स न0 05964225549 सूवि 11 मई ,2017 पिथौरागढ़। आपदा न्यूनीकरण हेतु जिला मुख्यालय के जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में आई0आर0एस0 (इन्सीडेंट रिस्पोन्स सिस्टम) की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के तत्वावधान् में किया जा रहा है। उक्त कार्यशाला गुरूवार, 11 मई, 2017 को प्रारम्भ की गयी। प्रथम दिवस में कार्यशाला में सर्वप्रथम राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से आये आपदा प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण विशेषज्ञ बी0बी0गणनायक द्वारा आई0आर0एस0 सिस्टम के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए उक्त प्रणाली के अंतर्गत जनपद में तैनात समस्त अधिकारियों को उक्त प्रणाली के अंतर्गत किसी भी आपदा के समय उनके द्वारा किस प्रकार से कार्य किये जाने है एवं उनके जो भी दायित्व है उक्त संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। उन्होंने आई0आर0एस0 प्रणाली के अंतर्गत नियुक्त विभिन्न टीम प्रभारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह सर्वप्रथम आई0आर0एस0 प्रणाली के बारे में भलीभाॅति समझ ले। श्री गणनायक ने कार्यशाला में अवगत कराया कि पूर्व में आपदा प्रबन्धन के अंतर्गत जनपद में सैवन डैस्क प्रणाली क्रियान्वित थी वर्ष 2013 की आपदा के पश्चात् आपदा के दौरान किये गये कार्यों आदि के पश्चात् उक्त आपदा के दौरान हुये अनुभवों के आधार पर सैवन डैस्क प्रणाली के स्थान पर जनपदस्तर पर आई0आर0एस0 सिस्टम लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि आई0आर0एस0 सिस्टम के अंतर्गत किसी भी आपदा/घटनास्थल से तुरन्त सूचना प्राप्त होने के साथ ही त्वरित, कम से कम समय पर राहत, बचाव आदि कार्य प्रारम्भ हो सके इस हेतु प्रत्येक ग्रामीण स्तर पर कार्यरत सरकारी विभागों के कार्मिकों को जिम्मेदारी देते हुए प्रशिक्षण दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र को और अधिक संवेदनशील व मजबूत करने हेतु इस प्रणाली के अंतर्गत ग्राम स्तर पर तैनात कर्मचारियों को भी आई0आर0एस0 सिस्टम के तहत जिम्मेदारी देने के साथ ही इन्हें आपदा राहत बचाव के संबंध में उचित प्रशिक्षण दिया जायेगा ताकि किसी भी आपदा के तुरन्त बाद आई0आर0एस0प्रणाली के अंतर्गत यह सफलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए राहत बचाव आदि कार्य कर सकें। इसके अतिरिक्त उक्त प्रणाली के अंतर्गत विभिन्न व्यवस्थाओं का निर्धारण करते हुए संबंधितों को दायित्व एवं जिम्मेदारी सौंपी गयी है। उन्होंने कहा कि आई0आर0एस0 प्रणाली के अंतर्गत राज्य स्तर पर मुख्य सचिव, जिला स्तर पर जिलाधिकारी को रिस्पोनसिपल अधिकारी नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा अधिनियम 2005 के अंतर्गत आपदा के अंतर्गत जिलाधिकारी को अनेक अधिकार प्राप्त है उसके प्राविधानों के संबंध में भी श्री गणनायक द्वारा जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आपदा के समय मुख्य रूप से संचार व्यवस्था एवं आपासी समंजस्य की अत्यन्त आवश्यकता है। कार्यशाला में श्री गणनायक ने आॅपरेशन सैक्शन, प्लानिंग सैक्शन, कम्यूनिकशन यूनिट, मेडिकल यूनिट, फूड यूनिट, रेस्टोरेशन यूनिट, फाइनेंस सैक्शन लजिस्टीक सैक्शन, स्टेजिंग ऐरिया, रिसपोन्स बा्रंच, ट्रासर्पोटेनेशन ब्रांच, डक्यूमंैटेशन यूनिट, लाइजन आफीसर, सैफटी आफिसर आदि के द्वारा आपदा के समय किये जाने वाले कार्यों व उनके दायित्वों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी एवं उक्त कार्यवाही के संबंध में विभिन्न प्रारूप के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने आपदा के दौरान बाहरी ऐजंसियों, सेना, आईटीबीपी, एस0एस0बी, एनडीआरएफ आदि के द्वारा प्रभारी क्षेत्रों में किस प्रकार से कार्य किया जायेगा तथा उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में कैसे भेजा जायेगा उक्त संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। उन्होंने आपदा के समय आपदा के प्रभावों को कम किये जाने त्वरित कार्यवाही, राहत बचाव आदि कार्यों के संबंधों में उपस्थित अधिकारियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आई0आर0एस0 सिस्टम के अंतर्गत प्रत्येक अधिकारी को विभिन्न दायित्व सौंपे गये है ताकि वह किसी भी आपदा के समय कुशलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन कर सके। उन्होंने अवगत कराया कि आई0आर0एस0 प्रणाली के अंतर्गत आपदा राहत बचाव कार्यों में सामुदायिक सहभागिता हेतु विभिन्न स्वंयसेवी संगठनों आदि को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। कार्यशाला में उप रिसपोन्स आफिसर/पुलिस अधीक्षक अजय जोशी, इंसीडेंट कमांडर/अपर जिलाधिकारी मुहम्मद नासिर, लाॅजिस्टीक आफिसर/परियोजना निदेशक डीआरडीए नरेश कुमार, मेडिकल यूनिट टीम चीफ/मुख्य चिकित्साधिकारी ऊषा गुंज्याल, लाइजन आफिसर/जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी समेत आई0आर0एस0 प्रणाली के अंतर्गत तैनात विभिन्न अधिकारी, सेना, एसएसबी, आईटीबीपी व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। जिला सूचना अधिकारी, पिथौरागढ़।