चम्पावत 17 मई(सूवि),
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के घटक जलागम विकास एवं समेकित जलागम प्रबंधन कार्यक्रम के अंतिम चरण में अभी तक के किये गये कार्यो की जिला कार्यालय सभागार में समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी डा.अहमद इकबाल ने ‘‘वर्षा आधारित सूक्ष्य जलागम क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर प्राकृतिक संसाधनों का उचित प्रबंधन करते हुए, उत्पादकता बढ़ाकर ग्रामीणों की आय में वृद्धि करने’’ के लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत उपलब्धित प्राप्त न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कठोर चेतावनी दी कि वर्ष के अंतिम माहों तक योजना पूर्ण न होने और सूक्ष्म जलागम क्षेत्रों में रह रहे काश्तकारों की आजीविका में वृद्धि न होने पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाने के साथ कार्यो का तृतीय पक्ष से सत्यापन व जांच करायी जायेगी।
जिलाधिकारी ने शतप्रतिशत कार्यो को एमआईएस में जीओ टैकिंग करने के निर्देश के साथ ही योजना के अन्तर्गत प्रशासनिक मद मंे अधिक व्यय करने को गंभीरता से लेते हुए कारण प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दिये। उन्होंने समेकित जलागम प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्ण व अपूर्ण कार्यो की सूची, कार्य किये जा रहे क्षेत्र की सूची मय फोटोग्राफ के उपलब्ध कराने के साथ योजनान्तर्गत दिये गये प्रशिक्षणों की वीडियो, फोटोग्राफ, व्यय की गई धनराशि के साथ ही पशुपालन हेतु काश्तकारों को उपलब्ध करायी गयी बकरियों की वर्तमान स्थिति व काश्तकारों की सूची भौतिक प्रगति सहित उपलब्ध कराने के निर्देश बैठक में दिये।
उन्होंने जलागम की चारों योजनाओं के कार्यो पर भी नाखुशी व्यक्त करते हुए सभी मदों की धनराशि से हुए कार्यो की प्रगति डिटेल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने योजना के अंतिम वर्ष में अभी तक कार्यो के 42 प्रतिशत अपलोड होने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए सभी पूर्ण कार्यो को अपलोड़ करने के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में सामाजिक, आजीविका विशेषज्ञों को फील्ड में जाकर कार्यो की फोटोग्राफ सहित उपलब्धि प्रस्तुत करने के निर्देश के साथ बैठक में पूरी जानकारी के साथ उपस्थित होने और समिति के सदस्यों को समय से बैठक की सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि आईडब्ल्यूएमपी के प्रथम चरण से लेकर चतुर्थ चरण में सभी कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं जिनका एमआईएस में अपलोड होना बाकी है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल एमआईएस में जीओ टैग करने के निर्देश दिये। मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि योजना की सम्पूर्ण अवधि में 2011 से अब तक लगभग 6649 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण के फोटो व वीडियो उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी हेमन्त कुमार वर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी आरएल चन्द्रवाल, उद्यान अधिकारी हरीश तिवारी, भूमि संरक्षण अधिकारी हरवंश सिंह, सहायक अभियंता लोनिवि श्रवण कुमार दीक्षित, आईएलएसपी के उप परियोजना निदेशक मोहन सिंह कुंवर, डा.एमसी जोशी, सहायक अभियंता लघु सिंचाई विमल कुमार संूठा आदि उपस्थित थे।
जिला सूचना अधिकारी,चम्पावत। |