प्रेस विज्ञप्ति
31 मई तक सम्पूर्ण जिले को खुले में शौच से मुक्त (ओ.डी.एफ) किया जाए। इस कार्य के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यह निर्देश जिलाधिकारी दीपक रावत ने कलक्ट्रेट सभागार रोशनाबाद में अधिकारियों की बैठक लेते हुए दिये। उन्होंने नारसन एवं बहादराबाद में ओ.डी.एफ की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने क्षेत्रान्तर्गत पड़ने वाले ग्राम पंचायतों को ओ.डी.एफ करने के लिए ग्राम प्रधानों को ग्राम पंचायतों को ओ.डी.एफ करने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जायेगी एवं ग्राम पंचायतवार इस कार्य में सहयोग प्रदान करने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगायी जायेगी। जनपद के 06 ब्लाॅकों के 307 ग्राम पंचायतों में अभी 10081 शौचालय ऐसे हैं, जिन पर अभी कार्य प्रारम्भ होना है। जिसमें से नारसन में 3936, बहादराबाद में 3079, लक्सर में 1285, भगवानपुर में 1425 रूड़की में 313 एवं खानपुर में 05 शौचालय बनने हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि शौचालयों की स्थिति की जानकारी के लिए सम्बन्धित अधिकारियों का एक वट्स एप ग्रुप बनाया जाए। उन्होंने कहा कि शौचालयों की स्थिति की प्रतिदिन रिर्पोटिंग की जायेगी। सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि शौचालय बनाने के लिए धनराशि की मानकों के अनुसार ग्राम प्रधानों से डिमाण्ड लेकर कवरिंग लेटर बनाकर भेजा जाए। जिस पर पी.एम स्वजल आवश्यक कार्यवाही करेंगे। उन्होंने कहा कि नारसन एवं बहादराबाद ब्लाॅक में शौचालय निर्माण की गति में तेजी लायी जाए। ए.बी.डी.ओ. बहादराबाद चंपा आर्य के बैठक में उपस्थित न होने के कारण जिलाधिकारी ने सम्बन्धित के खिलाप प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन डाॅ अभिषेक त्रिपाठी, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की मयूर दीक्षित, उप जिलाधिकारी हरिद्वार मनीष कुमार, उप जिलाधिकारी भगवानपुर अनिल गब्र्याल, उप जिलाधिकारी लक्सर कौस्तुभ मिश्रा, जिला विकास अधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह चैहान, परियोजना निदेशक बी.के.टमटा, डी.पी.आर.ओ. रमेश चन्द्र त्रिपाठी, परियोजना प्रबन्धक स्वजल सोमनाथ सैनी एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे।
जिला सूचना अधिकारी
हरिद्वार |