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विस्तृत समाचार
डीएम ने किया पुस्तिका का विमोचन।
चम्पावत 8 मई (सूवि), हिमालय वाटर सर्विस तथा विकास एवं पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा रा.बा.इ.का. चम्पावत में ‘‘डिजिटल लर्निंग प्रोग्राम का सामाजिक विकास में योगदान विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोलते हुए जिलाधिकारी डा.अहमद इकबाल ने अध्यापकों एवं अभिभावकों को बच्चों में सीखने की आदत विकसित कराने को कहा। उन्होंने कहा कि सीखने के लिए डिजिटल लर्निंग प्रोग्राम एक अच्छा माध्यम है साथ ही अन्य माध्यमों को भी प्रयोग में लाया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि बिषय पर मजबूत पकड़ के लिए उस बिषय में रूचि होना प्रथम वरीयता है और बच्चों की रूचि बिषय पर होगी तो बिषय भी आसान होगा। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि बच्चा सभी बिषयों की ओर रूचि रखता हो इसलिए अध्यापकों एवं अभिभावकों को बच्चे की रूचि के अनुसार बिषयों का चयन करना चाहिए जिससे बच्चा रूचि के अनुसार बिषय में पारंगतता प्राप्त कर सके। जिलाधिकारी ने बदलते परिवेश में कम्प्यूटर के महत्व को बताते हुए कहा कि सारे जहां का ज्ञान आज इन्टरनेट पर उपलब्ध है, केवल सीखने की रूचि होनी चाहिए। उन्होंने हिमवत्स संस्था द्वारा बच्चों को टेबलेट के माध्यम से दी जा रही शिक्षा को व्यवहारिक बताते हुए कहा कि बच्चों में कम्प्यूटर से सीखने की आदत के साथ लिखने की भी आदत बराबर बनाये रखें जिससे उनके लिखने की कला जीवित रह सके। उन्होंने डिजिटल शिक्षा व इसके उपयोग व आधुनिक समय में इसकी भूमिका में गहराई से प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों से सवालात कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन हिमवत्स संस्था के सचिव डा.जीबी बिष्ट ने बताया कि संस्था द्वारा गोद लिए गये विद्यालयों में बच्चों को टैबलेट का व्यवहारिक ज्ञान, कम्प्यूटर के माध्यम से हिन्दी कहांनियां, एजूकेशन डाट काॅम, स्वयं करके सीखना, ईमेल व इन्टरनेट ज्ञान, गणित के सूत्र खोजना आदि सिखाया जा रहा है। उन्होंने कार्यशाला में हिमवत्स के उद्देश्य व क्रियाकलापों के साथ संस्था की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। अन्य वक्ताओं ने कार्यशाला में भारत को डिजिटल रूप से विकसित करने, डिजिटल तकनीकी तथा डिजिटल योजनाओं, भूमंडलीकरण के दौर में डिजिटलीकरण शिक्षा और समाज, इंटरनेट के विस्तार एवं भंडारण, ईलर्निंग, टैबलेट टिचिंग व इंटरनेट, ईमेल आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में टैबलेट व कम्प्यूटर के माध्यम से डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास किये जा रहे है। डा.संतोष जोशी ने सितारों के जीवन चक्र और टेलीस्कोप की गहन जानकारी दी। कार्यशाला को डा.ओपी नौटियाल, डा.बीडी सुतेड़ी, डा.संतोष जोशी, डा.बीसी जोशी, डा.एमसी जोशी, मनोज कुमार, पीयूष जोशी, ललित मोहन मुरारी, गौरव जोशी, मुक्तेश पंत ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र गहतोड़ी एवं डा.बीसी जोशी ने किया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक सत्यनारायण, जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रधानाचार्य बीनू जैन, प्रकाश पुनेठा, जीआईसी व जीजीआईसी, बीएड काॅलेज के विद्यार्थी, विद्यालय के अध्यापक आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने हिमवत्स संस्था द्वारा प्रकाशित साविद्या पुस्तक का भी विमाचन भी किया। जिला सूचना अधिकारी चम्पावत।

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