सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी ने बताया कि राज्य सरकार के साथ ही अन्य एजेन्सियों के द्वारा आग पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है। सचिव आपदा प्रबंधन ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि एनडीएमए के दिशा निर्देशों के अनुरूप आपदा से संबंधित समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को जिले में इन्सीडेन्ट रिसपांस सिस्टम (आई.आर.एस) के अनुरूप क्रियाशील किया जाए एवं समस्त कार्यवाही उक्त के अनुरूप ही की जाए। साथ ही की गई कार्यवाही व उक्त के फीड़बैक से राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र को भी तत्काल अवगत करायें।
इसके साथ ही अधिशासी निदेशक आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र पीयूष रौतेला ने बताया कि राज्य के अनेकों स्थानों में वनों में लगी आग के कारण उत्पन्न स्थिति पर काबू पाने के लिए निदेशक भारतीय सूदूर संवेदन प्राधिकरण बालानगर, हैदराबाद को पत्र लिखकर अपेक्षा की है, कि राज्य के जो स्थान आग से प्रभावित हो रहे है, उनसे संबंधित उपग्रहों से प्राप्त सूचना (अज्ञांस व देशान्तर सहित) के साथ ही पूर्व के वर्षों में राज्य के वनाग्नि से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों की सूचना, उत्तराखण्ड राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द, देहरादून को तत्काल फैक्स व दूरभाष पर उपलब्ध कराये।
उन्होंने बताया कि शासन द्वारा राज्य में घटित वनाग्नि की स्थिति को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि स्थिति में नियंत्रण पाने के लिए सभी आपातकालीन उपाय किये जायें और अद्यतन स्थिति व की जा रही कार्यवाही से शासन को तत्काल अवगत करायें। उन्होंने इसके साथ ही वनाग्नि के कारण किसी भी स्थान पर व्यक्तियों के फंसे होने या वनाग्नि के कारण जनपद स्तर पर किसी प्रकार के संसाधन की आवश्यकता होने की स्थिति में उक्त की सूचना तत्काल राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र को उपलब्ध कराने हेतु भी निर्देशित किया है ताकि बचाव, राहत एवं सुरक्षित निकाले जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा सकें। |